Submitted by : Riya Saxena
भारत के उत्तर प्रदेश में एक छोटा सा शहर जिसकी ज़्यादा कोई बात नही करता।
हमारा भारत बहुत ही रंग बिरंगा, खुशियो और त्योहारो से भरा हुआ देश है। कुछ दूरी तय करते ही यहाँ वेश-भूषा, भाषा ,स्वाद सब बदल जाता हैं। और इतने ही रंगो से परी पूर्ण है हमारे देश का पांचवां सबसे बड़ा राज्य :- उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश सुनते ही हमारे दिमाग में अयोध्या ,बनारस,लखनऊ, कानपुर जैसे शहरों के नाम आते है लेकिन इनके अलावा भी यहाँ बहुत खुशहाल शहर है जैसे कि :- मैनपुरी। जी हाँ वो ही मैनपुरी जिसका नाम सुनते ही काफी लोगो के रोंगटे खड़े हो जाते है, खैर गुंडा गर्दी के मशहूर जो है इतना।लेकिन यहाँ कि गुंडा गर्दी के अलावा भी यहाँ काफी सुंदर जगह है। तो चलिए आज मैनपुरी का भ्रमण करते है।
हमारा मैनपुरी सबसे ज़्यादा मशहूर है यहाँ के चैत्र नवरात्रि में लगने वाले मेले जिसको नुमाइश कहा जाता है। नुमाइश का इंतज़ार हर किसी को पूरे साल रहता है।बच्चे- बड़े सब इसका आनंद लेने के लिए बेसबरी से वक़्त देखते हैं। ये नुमाइश लगती माता शीतला के भव्य मंदिर के इर्द-गिर्द। अब आप सोचेंगे कि नुमाइश में होता क्या होगा? तो मेरा जवाब है वहाँ क्या नही मिलता- लकड़ी के समान से लेकर कपड़ो के स्टॉल, चाट-पापड़ी कि खुशबू से लेकर बच्चो को खिलौने मिलने कि खुशी तक, बड़े- विशाल झूले से लेकर मौत का कुआं तक सब कुछ आपको वहाँ देखने को मिल जाएगा। खैर वक़्त के साथ सब कुछ बदल जाता है तो मैनपुरी भी थोड़ा बदल गया, थोड़ा विकास हो गया। कच्चे रास्ते पक्की सड़को में बदल गए,कुछ कच्चे मकान पक्के घर बन गए। लेकिन कुछ बातें अभी भी नही बदली जैसे कि घर के आंगन में तुलसी का पौधा, घर के पीछे गाय-भैंस पालने का शौक, बहुओं के घूँघट कि लंबाई।
आप मानेंगे नहीं अगर आप एक बार वहाँ के लोहिया पार्क हो आए तो आप शहरों के गार्डन्स भूल ही जाएंगे।लोहिया पार्क के अलावा वहाँ और तिकोनिया पार्क और ग्रीन पार्क खूब मशहूर हैं।
शीतला माता मंदिर के अलावा वहाँ के गायत्री माता मंदिर और भीमसेन मंदिर कि भी बहुत मान्यता है। ऐसा है हमारा गांव मैनपुरी जो कि अब शहर बनने की तैयारी कर रहा है। आप सब एक बार जरूर जाए आपके मन को बहुत संतुष्टि मिलेगी।